Annabelle Doll Origin: जब भी दुनिया में डरावनी कहानियों की बात होती है, तो एनाबेल डॉल (Annabelle Doll) का ज़िक्र ज़रूर होता है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि ये कहानी किसी फिल्म से नहीं, बल्कि साल 1970 में अमेरिका के एक नर्सिंग कॉलेज से शुरू हुई थी? ये कहानी सिर्फ एक पुरानी गुड़िया की नहीं है, बल्कि उस डर की है, जिसने वक्त के साथ-साथ कई लोगों की ज़िंदगी बदल दी.
अमेरिका में इन दिनों ‘Devils on the Run’ नाम का एक पैरानॉर्मल टूर चल रहा है, जिसमें कुख्यात डरावनी गुड़िया एनाबेला को अलग-अलग जगहों पर प्रदर्शित किया जा रहा है। यह टूर जब पेन्सिलवेनिया के गेटिसबर्ग पहुंचा, तो एक सनसनीखेज घटना सामने आई।
एनाबेला डॉल के हैंडलर और मशहूर पैरानॉर्मल रिसर्चर डैन रिवेरा की रहस्यमयी मौत हो गई। वो अपने होटल के कमरे में मृत पाए गए। अभी तक उनकी मौत का कारण सामने नहीं आया है, जिससे रहस्य और गहराता जा रहा है।
डैन रिवेरा, न्यू इंग्लैंड सोसाइटी फॉर साइकिक रिसर्च (NESPR) के प्रमुख शोधकर्ता थे और उन्हें दुनिया के सबसे बेहतरीन घोस्ट हंटरों में गिना जाता था। खास बात यह है कि वो एनाबेला डॉल को हमेशा अपने साथ रखते थे।
कैसे एक नर्सिंग छात्रा की ज़िंदगी बदल गई?
साल 1970 में अमेरिका में रहने वाली एक नर्सिंग स्टूडेंट को उसकी माँ ने एक पुरानी गुड़िया गिफ्ट की थी. देखने में बिल्कुल आम, रैग्डी एन (Raggedy Ann) नाम की गुड़िया. लेकिन कुछ ही समय बाद उस छात्रा और उसकी रूममेट को अजीब अनुभव होने लगे.
शुरुआत छोटी-छोटी घटनाओं से हुई. कभी डॉल अपने आप जगह बदल लेती, कभी उसके पास से ‘Help Me’ लिखे छोटे नोट्स मिलते. दोनों लड़कियों को यह लगने लगा कि उनके कमरे में कुछ ऐसा है, जिसे वो देख नहीं पा रहीं, लेकिन महसूस ज़रूर कर रही हैं.
वॉरेन दंपति की एंट्री- Annabelle Doll Origin
जब डॉल की हरकतें हद से ज़्यादा बढ़ने लगीं, तो दोनों छात्राओं ने अमेरिका के जाने-माने पैरानॉर्मल इन्वेस्टिगेटर एड और लोरेन वॉरेन (Ed & Lorraine Warren) से संपर्क किया.
वॉरेन दंपति ने जब जांच शुरू की, तो उन्हें महसूस हुआ कि ये कोई आम डॉल नहीं है, बल्कि इसमें एक शैतानी आत्मा का वास है. उन्होंने बताया कि ये आत्मा “एनाबेल हिगिन्स” नाम की एक मरी हुई बच्ची की है, जिसने इस डॉल को अपना माध्यम बना लिया है.
फिर क्या हुआ डॉल का?- Annabelle Doll Origin
वॉरेन दंपति ने तुरंत इस डॉल को अपने पास रख लिया और उसे अपने ओकुल्ट म्यूजियम (Occult Museum) में एक विशेष शीशे के केस में बंद कर दिया, जिसे आज भी देखा जा सकता है.
उन्होंने चेतावनी दी कि ये डॉल किसी भी आम इंसान को मानसिक और शारीरिक रूप से नुकसान पहुँचा सकती है. यही वजह है कि उसे खास प्रोटोकॉल्स के तहत रखा जाता है.
हमला भी कर चुकी है एनाबेल
वॉरेन दंपति के अनुसार, डॉल को जब एक बार एक यंग कपल ने हल्के में लिया, तो कुछ ही दिन बाद उनका सड़क हादसे में निधन हो गया. कहा जाता है कि एनाबेल को छेड़ना मौत को न्योता देने जैसा है.
फिर आई हॉलीवुड और पूरी दुनिया डरने लगी
एनाबेल की कहानी जब वॉरेन दंपति ने सार्वजनिक की, तो ये पूरे अमेरिका में सनसनी बन गई. और फिर 2013 में आई हॉलीवुड फिल्म The Conjuring ने एनाबेल को ग्लोबल स्तर पर मशहूर कर दिया.
इसके बाद Annabelle (2014), Annabelle: Creation (2017), और Annabelle Comes Home (2019) जैसी फिल्में बनीं, जिन्होंने इसे पॉप कल्चर आइकन बना दिया. लेकिन फिल्में कुछ भी दिखाएं, असली एनाबेल आज भी वॉरेन फैमिली के म्यूजियम में मौजूद है — एक सीलबंद केस में.
क्या है सच्चाई?
कुछ लोग मानते हैं कि एनाबेल की कहानी वाकई सच है, जबकि कुछ इसे सिर्फ प्रचार का ज़रिया बताते हैं. वैज्ञानिकों और मनोवैज्ञानिकों की राय है कि कई बार डर मानव मन की उपज होता है, और कुछ हद तक लोगों के विश्वास से चीजें शक्ल लेने लगती हैं. लेकिन जो लोग इस डॉल के संपर्क में आए, उनका मानना है कि इसमें वाकई कुछ ऐसा है जो सामान्य नहीं है.
– गांव शहर