Operation sindoor Colonel Sofia Qureshi: कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह के बारे में 5 सरप्राइजिंग फैक्ट्स

Colonel Sofia Qureshi

Operation sindoor Colonel Sofia Qureshi: भारत की सुरक्षा नीति (National Security Policy) और सैन्य डिप्लोमेसी (Military Diplomacy) में एक नया अध्याय जुड़ गया है। दरअसल 7 मई को भारतीय एयरफोर्स के द्वारा पाकिस्तान में किए गए ऑपरेशन सिंदूर (Operation Sindhoor) में दो महिला सैन्य अधिकारियों कर्नल सोफिया कुरैशी (Colonel Sofia Qureshi) और विंग कमांडर व्योमिका सिंह (Wing Commander Vyomika Singh) ने न सिर्फ मिशन को अंजाम दिया, बल्कि दुनिया के सामने प्रेस वार्ता (Press Conference) कर भारत का पक्ष मजबूती से रखा।

इस ऐतिहासिक मौके पर विदेश सचिव विक्रम मिस्री (Vikram Misri) के साथ दोनों महिला अफसरों ने PoK में की गई सैन्य कार्रवाई (Military Operation in PoK) की जानकारी दी। यह घटना इसलिए अहम है क्योंकि यह पहली बार है जब भारत की महिला अधिकारी किसी ऑपरेशन पर आधिकारिक रूप से मीडिया से मुखातिब हुईं।
<

Operation Sindhoor से आतंक के अड्डों पर निशाना

प्रेस वार्ता में बताया गया कि भारत ने 7 मई को पाक अधिकृत कश्मीर (Pakistan Occupied Kashmir / POK) में मौजूद 9 आतंकी ठिकानों (Terror Camps) को खत्म किया। इन ठिकानों से लश्कर-ए-तैयबा (LeT), जैश-ए-मोहम्मद (JeM) और हिजबुल मुजाहिदीन (HM) जैसे आतंकी गुट ऑपरेट कर रहे थे।

कर्नल सोफिया ने स्पष्ट किया कि

हमारा निशाना सिर्फ आतंकी ठिकाने थे, न कि आम नागरिक (Civilians)। हमने खास ध्यान रखा कि किसी निर्दोष को नुकसान न पहुंचे।

Colonel Sofia Qureshi: भारत की पहली महिला कमांडर (First Female Commander of India in Foreign Exercises)

कर्नल सोफिया सेना की सिग्नल कोर (Signals Corps) की अधिकारी हैं। वह बायोकैमिस्ट्री में पोस्ट ग्रेजुएट हैं और उन्होंने यूएन मिशन कांगो (UN Congo Mission) में भी अपनी सेवाएं दी हैं। 2016 में वह ‘फोर्स 18’ नामक बहुराष्ट्रीय सैन्य अभ्यास (Multinational Military Exercise) की पहली महिला कमांडर बनी थीं। उनका अनुभव और लीडरशिप इस ऑपरेशन में भी दिखाई दी। ऑपरेशन सिंदूर में उन्होंने संचार नेटवर्क और इंटेलिजेंस की जिम्मेदारी बखूबी निभाई।

विंग कमांडर व्योमिका सिंह कौन हैं?

विंग कमांडर व्योमिका, भारतीय वायुसेना (Indian Air Force) की हेलिकॉप्टर पायलट हैं। उनके पास 2500 घंटे से अधिक उड़ान का अनुभव है। 2019 से उन्हें स्थायी कमीशन प्राप्त है। ऑपरेशन सिंदूर में उन्होंने एविएशन प्लानिंग (Aviation Planning) और टारगेट सेलेक्शन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

प्रेस से बातचीत में उन्होंने कहा:

हर मिशन को बारीकी से प्लान किया गया और रणनीति में कोई जल्दबाज़ी नहीं थी।

Operation sindoor : महिला शक्ति और सैन्य नीति की जुगलबंदी

यह सिर्फ एक सैन्य ऑपरेशन नहीं था। यह था भारत की सैन्य डिप्लोमेसी में महिला भागीदारी का प्रतीक। अब महिलाएं सिर्फ हथियार नहीं, विचार और संवाद का भी नेतृत्व कर रही हैं। इस प्रेस ब्रीफिंग ने दुनिया को बताया कि भारत आतंक के खिलाफ न केवल सेना बल्कि कूटनीति (Diplomacy) के स्तर पर भी सजग है और इस लड़ाई में महिलाएं कंधे से कंधा मिलाकर चल रही हैं।

ऑपरेशन सिंदूर ने दो बातें साफ कीं — एक, भारत अपनी सीमाओं की सुरक्षा को लेकर बेहद गंभीर है; और दो, भारत की बेटियां अब सिर्फ सुरक्षा की रक्षा नहीं कर रहीं, बल्कि आक्रामक रणनीति (Offensive Strategy) में भी अगुआ हैं।

ये भी पढ़ें: Pakistani Navy detected Indian Navy P8I: पागल हुआ पाकिस्तान, दिखा रहा भारत को आंख

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *