India vs England: भारत और इंग्लैंड (India vs England) के बीच चल रहे चौथे टेस्ट मैच में एक अजीब मोड़ आया जब इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स (Ben Stokes) ने भारत को ड्रॉ का ऑफर दिया और भारतीय बल्लेबाजों ने उसे ठुकरा दिया. उस वक्त रविंद्र जडेजा (Ravindra Jadeja) 89 और वॉशिंगटन सुंदर (Washington Sundar) 80 रन पर बल्लेबाज़ी कर रहे थे. दोनों भारतीय खिलाड़ी अपने शतक के बेहद करीब थे. लेकिन उन्होंने मैच रोकने से इनकार कर दिया.
स्टोक्स ने बाद में सफाई दी कि वो अपने थके हुए गेंदबाज़ों को चोट से बचाना चाहते थे, इसलिए ये प्रस्ताव दिया.
Ravichandran Ashwin ने इंग्लैंड की सोच पर उठाए सवाल
भारतीय ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन (Ravichandran Ashwin) ने इस घटनाक्रम पर तीखी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा,
“क्या आपने डबल स्टैंडर्ड्स (Double Standards) शब्द सुना है? जब आप पूरे दिन बल्लेबाज़ी करके थकाते हो और फिर शतक से ठीक पहले आप कहते हो कि चलो मैच ड्रॉ कर दें. ये कहां का खेल भावना है?”
उन्होंने आगे जोड़ा
“आपने खुद अपनी बॉलिंग लाइन अप से ब्रुक (Harry Brook) जैसे पार्ट टाइम गेंदबाज़ को गेंद थमा दी, तो अब शिकायत क्यों?”
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“टेस्ट रन कमाए जाते हैं, दिए नहीं जाते” – अश्विन
अश्विन ने साफ कहा कि जडेजा और सुंदर ने अपने रन मेहनत से बनाए थे, और उनका शतक बनाना पूरी तरह जायज था. वॉशिंगटन का ये पहला टेस्ट शतक (Test Century) था. इसे रोका क्यों जाए? सिर्फ इसलिए कि इंग्लैंड थक गया है?
England’s conduct in the last few minutes of the Manchester Test came across as moral posturing, and it’s regrettable that it came on the watch of an otherwise great ambassador for the game, writes Sidharth Monga ▶️ https://t.co/o5qaZqhdqJ #ENGvIND pic.twitter.com/9QETivkG3P
— ESPNcricinfo (@ESPNcricinfo) July 28, 2025
गावस्कर भी बोले, पूरा खेलना चाहिए था
पूर्व कप्तान और दिग्गज कमेंटेटर सुनील गावस्कर (Sunil Gavaskar) ने भी अश्विन की बात का समर्थन किया. उन्होंने कहा,
“अगर मैं कप्तान होता, तो पूरे 15 ओवर खेलता. खिलाड़ियों की मेहनत का सम्मान होना चाहिए.”
गावस्कर ने इंग्लिश कप्तान पर तंज भी कसा:
“अब आप पूछते हो कि ब्रुक के खिलाफ शतक बनाना है क्या? तो भाई, आप खुद तो थक गए, लेकिन सामने वाले ने मेहनत की है.”
इंग्लैंड के पुराने कप्तान भी भारत के साथ
पूर्व इंग्लिश कप्तान नासिर हुसैन (Nasser Hussain) ने भी माना कि स्टोक्स ने जल्दबाज़ी में फैसला किया.
“स्टोक्स को ब्रुक से गेंदबाज़ी नहीं करवानी चाहिए थी. इससे इंग्लैंड बेवकूफ दिखा. भारत ने अच्छा खेला, पूरा श्रेय बनता है.”
ब्रैड हैडिन बोले – भारत ने हक से लिया समय
ऑस्ट्रेलिया के पूर्व विकेटकीपर ब्रैड हैडिन (Brad Haddin) ने भी भारत का समर्थन किया.
“जब इंग्लैंड को समझ आया कि वे जीत नहीं सकते, तो उन्होंने खेल खत्म करने की बात की. लेकिन भारत ने पूरे दिन संघर्ष किया और शतक डिज़र्व किया.”
एलिस्टर कुक ने कहा – भारत ने सही किया
इंग्लैंड के पूर्व कप्तान एलिस्टर कुक (Alastair Cook) ने कहा कि भारत ने जो किया, उससे अगला मैच खेलने में मनोबल मिलेगा.
“जब खिलाड़ी लंबे समय तक मैदान में रहते हैं और शतक के करीब होते हैं, तो उन्हें खेल का मौका मिलना चाहिए.”
-गांव शहर