Site icon गांव शहर

NTPC green energy का शेयर पहले ही दिन छाया, 10% ऊपरी सर्किट पर पहुंचा

Business: NTPC green energy के शेयरों ने 27 नवंबर को शेयर बाजार में शानदार प्रदर्शन किया। लिस्टिंग के बाद कंपनी के शेयर NSE पर 122.65 रुपये प्रति शेयर पर बंद हुए, जो दिन का उच्चतम स्तर था। यह 10% के ऊपरी सर्किट को छू गया।

कंपनी के शेयरों की यह तेजी इसलिए खास है क्योंकि इसकी कीमत IPO के 108 रुपये प्रति शेयर से करीब 13.56% अधिक रही। यह दर्शाता है कि निवेशक भारत की बढ़ती स्वच्छ ऊर्जा की जरूरतों और सरकार की नवीकरणीय ऊर्जा को बढ़ावा देने की योजनाओं पर भरोसा कर रहे हैं।

एनएसई पर यह शेयर 111.50 रुपये प्रति शेयर पर लिस्ट हुआ, जो आईपीओ कीमत से 3.24% ज्यादा है। वहीं BSE पर इसकी लिस्टिंग 111.60 रुपये प्रति शेयर पर हुई, जो 3.33% का प्रीमियम दिखाती है।

देश का सबसे बड़ा नवीकरणीय ऊर्जा IPO

रॉयटर्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक, एनटीपीसी ग्रीन एनर्जी का आईपीओ भारत के अक्षय ऊर्जा क्षेत्र का अब तक का सबसे बड़ा आईपीओ है।

NTPC green energy फंड का इस्तेमाल और कंपनी की योजना

एनटीपीसी ग्रीन एनर्जी ने आईपीओ से जुटाए गए पैसों का इस्तेमाल अपनी इकाई एनटीपीसी रिन्यूएबल एनर्जी का कर्ज चुकाने के लिए करने का फैसला किया है। खास बात यह है कि एनटीपीसी ग्रीन की मूल कंपनी एनटीपीसी ने अपनी हिस्सेदारी नहीं बेची है।

ये भी पढ़ें: गौतम अडानी (Gautam Adani) पर लगे आरोप पर अमेरिका ये सख्त कदम उठा सकती है, भारत में की रिश्वतखोरी का मुकदमा अमेरिका में क्यों चलाया जाएगा?

एक्सपर्ट्स की राय

मेहता इक्विटीज के रिसर्च हेड प्रशांत तापसे ने इसे दीर्घकालिक निवेश का अच्छा मौका बताया है। उन्होंने कहा कि एनटीपीसी लिमिटेड के मजबूत संसाधन और विशेषज्ञता के साथ एनटीपीसी ग्रीन एनर्जी नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र में एक अग्रणी कंपनी है।

उनका कहना है कि जिन निवेशकों को शेयर अलॉट हुए हैं, उन्हें इसे लंबे समय तक अपने पास रखना चाहिए। वहीं, जिन्हें शेयर नहीं मिले, वे इसे कीमत गिरने पर खरीदने पर विचार कर सकते हैं।

भविष्य की संभावनाएं

एनटीपीसी ग्रीन एनर्जी हरित हाइड्रोजन, हरित रसायन और बैटरी स्टोरेज जैसे क्षेत्रों में काम कर रही है। ये योजनाएं न सिर्फ कंपनी की विकास संभावनाओं को बढ़ाएंगी बल्कि भारत की ऊर्जा जरूरतों के बदलाव में भी इसे लीडर बनाएंगी।

एनटीपीसी ग्रीन एनर्जी का यह शानदार प्रदर्शन दिखाता है कि भारत में अक्षय ऊर्जा का भविष्य कितना उज्ज्वल है।

Exit mobile version