नई दिल्ली, गांव शहर न्यूज। कई लोग सांस फूलने की समस्या से परेशान रहते हैं। कभी-कभी बिना किसी काम के भी सांस तेज चलने लगती है। इसे मेडिकल भाषा में डिस्प्निया (Dyspnea)कहते हैं। यह समस्या आमतौर पर फेफड़ों, दिल या अन्य शारीरिक कारणों से होती है। आइए इसके मुख्य कारणों और बचाव के तरीकों के बारे में जानते हैं।
सांस फूलने के प्रमुख कारण
1. फेफड़ों से जुड़ी बीमारियां
एलर्जी: धूल-मिट्टी या अन्य चीजों से एलर्जी होने पर फेफड़ों में सूजन आ सकती है, जिससे सांस लेने में दिक्कत होती है।
अस्थमा: यह एक सामान्य श्वसन रोग है, जिसमें श्वास नलिकाएं सूज जाती हैं, जिससे सांस लेना मुश्किल हो जाता है।
सीओपीडी (COPD): यह फेफड़ों की पुरानी बीमारी है, जिसमें धीरे-धीरे फेफड़ों की क्षमता कम हो जाती है।
फेफड़ों में संक्रमण (निमोनिया): बैक्टीरिया, वायरस या फंगस से संक्रमण होने पर सांस लेने में परेशानी हो सकती है।
इंटरस्टिशियल लंग डिजीज (ILD): इस बीमारी में फेफड़ों के ऊतक क्षतिग्रस्त हो जाते हैं, जिससे ऑक्सीजन की कमी हो जाती है।
2. दिल से जुड़ी समस्याएं
हार्ट फेल्योर: जब दिल ठीक से काम नहीं करता, तो शरीर में ऑक्सीजन की कमी हो जाती है, जिससे सांस फूलने लगती है।
कोरोनरी आर्टरी डिजीज: दिल तक पर्याप्त खून नहीं पहुंचने पर भी सांस लेने में कठिनाई होती है।
अनियमित धड़कन (अतालता): दिल की धड़कन का असामान्य होना सांस फूलने का कारण बन सकता है।
3. शारीरिक कमजोरी या मोटापा
अधिक वजन या कमजोरी के कारण फेफड़ों और दिल पर ज्यादा दबाव पड़ता है। इससे सांस फूलने की समस्या बढ़ जाती है।
4. मानसिक तनाव या चिंता
तनाव और चिंता के कारण कई बार तेज और छोटी सांसें (हाइपरवेंटिलेशन) लेने लगते हैं, जिससे सांस फूलने की स्थिति बन सकती है।
5. एनीमिया (खून की कमी)
अगर शरीर में खून की कमी है, तो अंगों को पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं मिल पाती, जिससे सांस लेने में परेशानी होती है।
6. फेफड़ों में खून का थक्का (Pulmonary Embolism)
धमनियों में खून का थक्का बनने से ऑक्सीजन की आपूर्ति रुक जाती है और अचानक सांस फूलने लगती है।
7. फेफड़ों में पानी भरना (Pleural Effusion)
फेफड़ों और छाती की दीवार के बीच लिक्विड जमा होने से सांस लेने में कठिनाई होती है।
8. ऊंचाई या ज्यादा व्यायाम करना
- ऊंचाई पर ऑक्सीजन की कमी से सांस लेने में परेशानी होती है। ज्यादा एक्सरसाइज करने से भी अस्थायी रूप से सांस फूल सकती है।
कब डॉक्टर से मिलें?
अगर सांस फूलना बार-बार हो रहा है या सामान्य गतिविधियों में भी परेशानी हो रही है, तो इसे नजरअंदाज न करें। यह किसी गंभीर समस्या का संकेत हो सकता है। डॉक्टर से संपर्क कर सही जांच और उपचार कराएं।
ध्यान रखें: सेहतमंद जीवनशैली और समय पर इलाज से इस समस्या को कंट्रोल किया जा सकता है।
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